Wednesday 31 July 2013

‘सेक्युलराइटिस’ से ग्रस्त है राजनीति : राजनाथ

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि देश की राजनीति ‘सेक्युलराइटिस’ (धर्मनिरपेक्षता) से पीड़ित है। उन्होंने यहां कहा, ‘‘भारतीय राजनीति में सेक्युलराइटिस की बीमारी फैली हुई है। इंसेफलाइटिस की तरह सेक्युलराइटिस भी अत्यंत खतरनाक है।’’ राजनाथ ने यह टिप्पणी इसलिए की है क्योंकि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठना जारी है। मोदी पार्टी की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष हैं और अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं। मोदी पर 2002 में गोधरा कांड के बाद गुजरात में हुए दंगों में संलिप्तत रहने का आरोप लगाया जाता रहा है। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस महासचिव शकील अहमद पर भी निशाना साधा। अहमद ने 21 जुलाई को कहा था कि आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का गठन 2002 के गुजरात दंगों के बाद हुआ था। राजनानाथ ने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का गठन गुजरात दंगों के बाद हुआ, मैं कांग्रेस के इस नेता (अहमद) से पूछना चाहता हूं कि क्या उनके पास आईएम की जन्मपत्री है। जिन लोगों को आईएम के बारे में ब्योरा चाहिए वे कांग्रेस मुख्यालय जाएं और इस नेता से मुलाकात करें।’’ राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘जैसे कि स्वतंत्र भारत में 2002 से से पहले कोई दंगा ही नहीं हुआ था।’’

Tuesday 30 July 2013

इधर दुर्गा का निलंबन उधर दो दिन में माफिया ने बनाए करोड़ों

 हिंडन और यमुना नदी में अवैध तरीके से बालू निकालने का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। खनन माफिया हर रोज सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगाकर करोड़ों रुपये का खेल कर रहे हैं। एसडीएम दुर्गा नागपाल के निलंबन एवं खनन निरीक्षक आशीष कुमार के तबादले के बाद से खनन माफिया की चांदी कट रही है। पिछले दो दिन में सर्वाधिक अवैध खनन हुआ है। सैकड़ों डंपर, जेसीबी मशीन, पॉपलेन और ट्रैक्टर ट्राली खनन में लगे हैं। दूसरी ओर दनकौर ब्लॉक क्षेत्र के कादलपुर गांव में धार्मिक स्थल तोड़ने जाने से ग्रामीणाों में गुस्सा बरकरार है।
एहतियातन सोमवार को भी गांव में पुलिस बल तैनात रहा। धार्मिक स्थल की जगह पर पुलिस मुस्तैद रही। गांव की गलियों में भी पुलिस ने गश्त की। कुछ ग्रामीणों ने धार्मिक स्थल पर निर्माण का सोमवार को फिर प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें हटा दिया। अवैध तरीके से बालू गोरखधंधा पिछले कई वर्षो से चला आ रहा है। जिस अधिकारी ने भी इसको रोकने के लिए खनन माफिया की गिरेबान में हाथ डाला, उसे खामियाजा भुगतना पड़ा।

कई अधिकारियों पर जानलेवा हमले भी हुए। सत्ता के दबाव में पुलिस प्रशासन खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया। खनन का खेल दिनभर मीडिया की सुर्खियों में रहने के बावजूद उन पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने अन्य दिनों की भांति सोमवार को भी अपना गोरखधंधा बदस्तूर जारी रखा।

दरअसल उत्तराखंड में आई आपदा के बाद जून में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई थी। बाढ़ के पानी के साथ बड़ी मात्र में बालू भी आ गया था। जलस्तर घटने के बाद बालू खेतों में जमा रह गया। इसको निकालने के लिए अब खनन माफिया में होड़ लगी हुई है। जैसे ही बारिश बंद होती है, खनन माफिया बांध के किनारे के खेतों से बालू निकालने में लग जाते हैं। जिला प्रशासन खनन माफिया पर कोई लगाम नहीं लगा पा रहा है। इससे प्रदेश सरकार को राजस्व का चूना लग रहा है। नियमानुसार 33 रुपये प्रति घन मीटर की रायल्टी जमा करने के बाद प्रशासन अनुमति प्रदान करता है।

अनुमति के बाद बालू का खनन किया जा सकता है। खनन माफिया नियमों की अनदेखी कर अपनी मनमर्जी से बालू चोरी कर रहे हैं।

सिर्फ एक के पास है अनुमति

जिला प्रशासन ने यमुना से बालू निकालने के लिए सिर्फ रायपुर गांव में एक व्यक्ति को अनुमति दे रखी है। बाकी जगहों पर अवैध खनन हो रहा है। यमुना के किनारे के लगभग सभी गांवों से बालू का अवैध खनन हो रहा है। प्रतिदिन करीब ढाई सौ डंपर, जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर ट्राली बालू निकालने में लगे रहते हैं।

सत्ता के दबाव में नहीं बनी सूची जिलाधिकारी रविकांत सिंह ने अप्रैल में अधीनस्थ आला अफसरों को खनन माफिया की सूची बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सूत्रों का कहना है कि एसडीएम दुर्गा नागपाल ने कई सफेदपोश नेताओं के नाम इस सूची में शामिल किए थे, लेकिन सत्ता के दबाव में सूची जारी नहीं हो सकी।

पूर्व में नियुक्त अधिकारियों पर हो चुका है हमला

कई बार खनन माफिया में आपस में भी गोली चल चुकी है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश के खनन माफिया में भी खूनी खेल खेला जा चुका है। गत वर्ष तत्कालीन एसडीएम सदर व खनन निरीक्षक आशीष कुमार पर भी बालू का अवैध धंधा करने वालों ने हमला किया था।

Monday 29 July 2013

मोदी विरोधी चिट्ठी में हस्ताक्षर असली

वाशिंगटन। भाजपा चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष व गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा को भारतीय सांसदों के पत्र भेजने के विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। दस्तावेजों की असलियत की जांच करने वाले कैलिफोर्निया के फोरेंसिक दस्तावेज परीक्षक से प्रमाणित कर दिया है कि पत्रों पर सांसदों के हस्ताक्षर असली हैं और जैसा दावा किया गया था कि हस्ताक्षर के साथ कट पेस्ट करके जालसाजी की गई है, वैसा नहीं है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि फोरेंसिक जांच के तरीकों और स्वीकार्य सिद्धांतों का इस्तेमाल करते हुए मेरी राय यह है कि राज्यसभा के सदस्यों का तीन पृष्ठों का पत्र एक ही बार में तैयार हुआ है और उस पर गिली स्याही से जो हस्ताक्षर हैं वे असली और प्रामाणिक हैं। लोकसभा के सदस्यों के पत्र के मामले में भी यही कहा गया है।

राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों की ओर से क्रमश: गत 26 नवंबर और पांच दिसबंर को ये पत्र भेजे गए थे। ये पत्र ही इस साल 21 जुलाई को ह्वाइट हाउस फिर फैक्स के जरिये भेजे गए। इसकी हस्तलिपि की फोरेंसिक जांच नानेटे एम बार्टो ने कैलिफोर्निया में की। यह जांच मोदी के खिलाफ मुहिम चलाने वाले संगठन 'कोएलिशन अगेंस्ट जेनोसाइड' की आग्रह पर तब की गई जब कुछ भारतीय सांसदों (जिनमें माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के एमपी अच्युतन और द्रमुक के केपी रामालिंगम भी थे) ने ओबामा को भेजे पत्र पर अपना हस्ताक्षर होने से इन्कार किया। सीएजी में अमेरिका के करीब 40 भारतीय अमेरिकी संगठन शामिल हैं।

यह संगठन मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने के लिए अभियान चला रहा है। जब इस फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट पर सांसद अच्युतन की प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि उन्हे याद नहीं है कि उन्होंने इस तरह के किसी पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

रामालिंगम ने कहा कि यह विशेषाधिकार का मामला है और यह राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को दिया जाएगा। मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैंने पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया। येचुरी ने कहा था कि उनके हस्ताक्षर को कट पेस्ट किया है, उनकी इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया हासिल नहीं हो सकी।

Saturday 27 July 2013

अभी चुनाव हुए तो NDA सबसे बड़ा गठबंधन: सर्वे

नई दिल्ली।। यदि देश में आम चुनाव अभी होते हैं तो किसी भी पार्टी या गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। जनादेश हंग पार्ल्यामेंट के पक्ष में होगा। कांग्रेस नेतृत्व वाला यूपीए गठबंधन (यूनाइडेट प्रोग्रेसिव अलायंस) और बीजेपी नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन(नैशनल डेमोक्रैटिक अलायंस) साधारण बहुमत से पीछे रह जाएंगे। 172-180 से सीटें हासिल कर एनडीए सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरेगा। हालांकि, मनमोहन सरकार पर लगे करप्शन के तमाम आरोपों के बावजूद बीजेपी के पक्ष में कोई बड़ी लहर नहीं दिख रही है। करीब 200 सीटों पर उन पार्टियों का कब्जा होगा जो न तो यूपीए में और न ही एनडीए में। पीएम के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों की पहली पसंद हैं। 19 फीसदी लोग मोदी को पीएम के रूप में देखना चाहते हैं। वहीं, 12 फीसदी लोगों की पसंद के साथ राहुल गांधी पीएम के रूप में लोगों की दूसरी पसंद हैं। सीएसडीएस-द दिन्दू और सीएनएनआईबीएन के ओपिनियन पोल से हंग पार्ल्यामेंट की तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। कांग्रेस को भारी नुकसान होने वाला है। हालांकि, कांग्रेस के नुकसान का फायदा बीजेपी को पूरी तरह से नहीं मिल रहा है। दोनों गठबंधन यूपीए और एनडीए का वोट शेयर 29 पर्सेंट रहेगा। लेकिन, सीटों पर कब्जे के मामले में एनडीए आगे रहेगा। एनडीए को 172 से 180 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है, वहीं यूपीए 149-153 पर सिमट जाएगा। जहां तक सिंगल पार्टी की बात है बीजेपी 2009 के मुकाबले फायदे में रहेगी। अभी चुनाव हुए तो बीजेपी को 156-164 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है, वहीं कांग्रेस को महज 131 से 139 सीटों पर संतोष करना होगा। अगर अभी चुनाव हों तो किसको मिलेंगी कितनी सीटें:- एनडीए: 172-180 यूपीए: 149-157 लेफ्ट: 22-88 टीमसी: 23-27 एसपी: 17-21 बीएसपी: 15-19 एडीएमके: 16-20 जेडीयू: 15-19 बीजेडी: 12-16 वाईएसआर कांग्रेस: 11-15 आरजेडी: 8-12 अन्य : बाकी बची सीटें

Thursday 25 July 2013

कांग्रेसी नेता का हास्यास्पद बयान, 12 रुपए में उपलब्ध है पूरा भोजन!

नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता राज बब्बर ने कहा कि आज भी मुंबई में पूरा भोजन 12 रुपए में करना संभव है जिसे भाजपा ने हास्यास्पद करार दिया। बब्बर ने एआईसीसी ब्रीफिंग में सवालों के जवाब में यह बात समझाने की कोशिश करते हुए कही कि कीमतों में इजाफे के बावजूद गरीबी घटी है। कांग्रेस प्रवक्ता से गरीबी निर्धारण करने के लिए व्यय सीमा के निम्न कटआफ के बारे में भी पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि कैसे कोई गरीब 28 रुपए या 32 रुपए के प्रति दिन खर्च पर दो वक्त पूरा भोजन ग्रहण करने में सक्षम हो सकते हैं।
बब्बर ने कहा, ‘‘लोगों को दिन में दो वक्त पूरा भोजन मिलना चाहिए। वे कैसे हासिल कर सकते हैं, यह एक बहुत अच्छा सवाल है जिसे आपने पूछा है। आज भी मुंबई शहर में मैं 12 रुपए में एक पूरा भोजन पा सकता हूं। नहीं नहीं, बड़ा पाव नहीं। ढेर सारा चावल, दाल, सांभर और कुछ सब्जियां भी मिली हैं।’’ बब्बर ने इसके साथ ही कहा कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि यह अच्छा है।

एनडीटीवी पर इस टिप्पणी का मजाक उड़ाते हुए भाजपा की एक टेलीविजन पैनलिस्ट ललिता के. मंगलम ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता की यह बात हंसने लायक है। सब्जियों खास कर टमाटर की बढ़ती कीमतों के बारे में एक सवाल पर बब्बर ने कहा, ‘‘अगर आप टमाटर से गरीबी का आकलन करेंगे तो यह मुश्किल होगा। शहरों में आप टमाटर नहीं खाएं, लेकिन गांवों में गरीब लोग टमाटर तोड़ते हैं और खाते हैं। मुझे बताएं कि क्या वह अमीर हैं या गरीब। बहरहाल, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह ‘‘गरीबी की परिभाषा नहीं दे रहे हैं।’’

Wednesday 24 July 2013

ओबामा को भेजे मोदी विरोधी खत में सांसदों के फर्जी दस्तखत?

वॉशिंगटन/नई दिल्ली।। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अमेरिकी वीजा की वकालत कर रहे बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की कोशिशों को झटका लग सकता है। राजनाथ सिंह अभी अमेरिका में हैं और वह ओबामा प्रशासन से नरेंद्र मोदी को वीजा देने की बार-बार अपील कर रहे हैं। राजनाथ की इन कोशिशों के बीच संसद के 65 सदस्यों ने प्रेजिडेंट बराक ओबामा को चिट्ठी लिखकर अमेरिकी प्रशासन से अपील की है कि वह मोदी को वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाए रखे। हालांकि, सांसदों की चिट्ठी पर विवाद खड़ा हो गया है। चिट्ठी में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और सीपीआई के एम. पी. अच्युतन के नाम शामिल हैं, जबकि दोनों ने इसे फर्जी बताया है। उनका कहना है कि उन्होंने इस तरह की किसी चिट्ठी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। 12 राजनीतिक दलों से ताल्लुक रखने वाले सांसदों की ओर से ओबामा को लिखे पत्र में कहा गया है कि हम सम्मानपूर्वक आपसे अपील करते हैं कि मोदी को अमेरिकी वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाए रखा जाए। ऐसे ही एक पत्र पर राज्यसभा के 25 सदस्यों तथा एक अन्य पत्र पर लोकसभा के 40 सदस्यों के हस्ताक्षर हैं। ये पत्र 26 नवंबर और 5 दिसंबर 2012 को लिखे गए थे, जिन्हें रविवार को वाइट हाउस को फिर से फैक्स किया गया है। राजनाथ सिंह के अमेरिकी सांसदों, थिंक टैंक और अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात के लिए वॉशिंगटन पहुंचने के साथ ही इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल द्वारा पत्रों की प्रतियां उपलब्ध कराई गईं। राजनाथ यहां अमेरिकियों से मोदी के लिए वीजा पर लगे बैन को हटवाने की अपील करने वाले हैं। इस अभियान की कमान संभालने वाले राज्यसभा के निर्दलीय सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि मोदी को वीजा देने से रोकने के लिए ये कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन पत्रों को पहली बार सार्वजनिक किया गया है। राजनाथ सिंह ने रविवार को न्यू यॉर्क में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह अमेरिकी सांसदों से अपील करेंगे कि वे 2002 के दंगों के बाद मोदी पर लगाए गए वीजा बैन को हटवाने के लिए अमेरिकी प्रशासन पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें। गौरतलब है कि गुजरात में मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान मानवाधिकारों के हनन के आधार पर वीजा पर बैन लगाया गया था। इन चिट्ठियों पर हस्ताक्षर करने वालों में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और सीपीआई सांसद एम. पी. अच्युतन का भी नाम है। दोनों राज्यसभा के सदस्य हैं। संपर्क करने पर येचुरी ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे किसी पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि यह कट पेस्ट का मामला लगता है। येचुरी ने कहा कि मैं अमेरिकी प्रशासन को पत्र लिखने वाला और इस प्रकार का कदम उठाने वाला अंतिम व्यक्ति होऊंगा। हम नहीं चाहते कि कोई देश के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करे। ये ऐसे मसले हैं जिनका समाधान भारतीय राजनीति के तहत किया जाना चाहिए। अच्युतन ने भी ऐसा कोई पत्र लिखे जाने से इनकार किया। हालांकि, अदीब ने जोर देकर कहा कि येचुरी और अच्युतन ने पत्र पर हस्ताक्षर किए थे और उन्हें हैरानी है कि वे अब पीछे हट रहे हैं। ओबामा को लिखे पत्र में कहा गया है कि मोदी प्रशासन के कई सीनियर अधिकारियों समेत अपराधियों के खिलाफ कानूनी मामले अभी भी लंबित हैं और इस समय बैन को हटाने से इसे 2002 के नरसंहार में मोदी की भूमिका से जुड़े मुद्दों को खारिज किए जाने के रूप में देखा जाएगा।

Tuesday 23 July 2013

शिवराज ने नहीं माना मोदी को नेता! पोस्‍टर और भाषण में गुजरात के सीएम नदारद

कांग्रेस ने जहां राहुल गांधी को 'पीएम कैंडिडेट' बताया है, वहीं भाजपा ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी फेस बनाने व उन्हें फ्रीहैंड देने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। वहीं, मध्‍य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के प्रचार होर्डिंग्स से बीजेपी के राष्ट्रीय चुनाव प्रचार प्रमुख नरेंद्र मोदी का चेहरा गायब है। जद यू के अलग होने के बाद अब बीजेपी का पूरा फोकस अकेले दम पर अपनी ताकत बढ़ाने पर है। सहयोगियों की चिंता पार्टी चुनाव बाद करेगी।अमेरिका में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के ‘प्रो मोदी’ बयान को सोची समझी रणनीतिक कवायद का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी पार्टी मोदी के नाम पर काफी हद तक राजी कर चुकी है। लिहाजा पूरा एक्शन प्लान इस तरह से बन रहा है कि चुनावी संघर्ष भाजपा बनाम कांग्रेस का हो जाए। पार्टी का पूरा प्लान मोदी की लोकप्रियता के सहारे हिंदुत्ववादी एजेंडा व डेवलपमेंट थ्योरी को एक साथ परवान चढ़ाना है।
पीएम उम्मीदवार घोषित करने का दबाव : मोदी को चुनाव अभियान की कमान दी जा चुकी है, वरिष्ठ नेता मोदी की अगुवाई वाली चुनाव टीम में काम करने को राजी हो गए हैं। अब पार्टी के भीतर यह दबाव बन रहा है कि मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए।

पार्टी में आडवाणी खेमे के नजदीकी नेता मान रहे हैं कि मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने पर कांग्रेस तथा यूपीए के खिलाफ चुनावी मुद्दा भटक कर सीधे ध्रुवीकरण पर केंद्रित हो सकता है।

मोदी पर बड़ा दांव तय

यह भी कयास लगाई जा रही है कि मोदी के लिए बहुमत का जुमला, दरअसल उन्हें दिया गया चुनावी टास्क है। इसे पूरा करने पर वे प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। यानी पार्टी को बहुमत के करीब लाने की जिम्मेदारी मोदी के कंधों पर होगी।

बहुमत की स्ट्रैटजी

पार्टी की रणनीति है कि वह कम से कम 300 सीटों पर मजबूती से लड़े। बहुमत के लिए 272 का जादुई आंकड़ा चाहिए। उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तराखंड पर पार्टी का खास फोकस है। पार्टी को लग रहा है कि उसे करीब 200 सीटें भी अकेले दम पर मिलती हैं तो सहयोगियों के लिए कवायद में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।

चुनौती कम नहीं-

पार्टी के भीतर ही मोदी कुछ नेताओं का तर्क है कि मोदी के नाम पर सहयोगी मिलने की संभावना बहुत कम। ऐसे में जरूरत पडऩे पर दूसरे चेहरा आगे करने का विकल्प खुला रहना चाहिए। संसदीय बोर्ड इस पर भी मंथन करेगा।

राजनाथ सिंह ने साफ कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले और बाद में कुछ दल एनडीए में आएंगे। इन्हें लाएगा कौन? कोई उत्तर नहीं। मतलब एनडीए का कुनबा बढ़ाने की जिम्मेदारी भी मोदी पर। चुनाव से पहले और बाद में भी।

बिहार में लिटमस टेस्ट

मोदी के लिए भाजपा ने जदयू से नाता तोड़ लिया। बिहार में सत्ता से बाहर आ गई। चुनौती बिहार में सीट बढ़ाने की नरेंद्र मोदी के जिम्मे।

मोदी के चिंतन में चिंता भी साथ

राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह चुनावी मुद्दे को सांप्रदायिकता की तरफ ले जाना चाहती है। परोक्ष रूप से भाजपा ने मोदी को सचेत किया है कि चुनाव में ध्रुवीकरण की तरफ बढऩे से भाजपा को लाभ हो न हो, कांग्रेस को नुकसान कम होगा।

Monday 22 July 2013

दो महीने बाद ही संजय दत्त आ गए जेल से बाहर!

पुणे। यहां की यरवदा जेल में लगभग दो महीने से कैद बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त शनिवार को पहली बार बाहर निकले। स्वास्थ्य जांच के लिए उन्हें एक अस्पताल ले जाया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दत्त को कड़ी सुरक्षा में सैसून अस्पताल ले जाया गया जहां चार चिकित्सकों की टीम ने उनके समूचे शरीर की सामान्य जांच की।

अनधिकारिक खबरों में दावा किया गया है कि दत्त की तबीयत नासाज रहती थी, मगर अभिनेता की तीन घंटे चली स्वास्थ्य जांच के बारे में जेल के अधिकारी और अस्पताल के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। दत्त को स्वास्थ्य जांच के बाद वापस जेल ले जाया गया।

वर्ष 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के मामले में दोषी करार दिए गए संजय दत्त ने मुंबई की एक विशेष अदालत में 16 मई को आत्मसमर्पण किया था। 22 मई को उन्हें मुंबई के आर्थर रोड केंद्रीय कारावास में ले जाया गया, जहां से बाद में उन्हें पुणे के यरवदा केंद्रीय कारावास भेज दिया गया। यहां दो महीने से अधिक समय से कैद अभिनेता को पहली बार कुछ घंटों के लिए बाहर निकलने का मौका मिला।

विशेष टाडा अदालत के समक्ष मामले की सुनवाई के दौरान दत्त ने घर का बना खाना, दवाएं एवं अन्य सुविधाओं की मांग की थी। उनकी मांगें एक महीने के लिए मान ली गई थी।

यरवदा जेल के अधिकारियों ने हालांकि जेल के नियम-कायदे का हवाला देते हुए उन्हें प्रदत्त सुविधाओं पर आपत्ति उठाई। इसके बाद से संजय दत्त आम कैदी की तरह दिन काट रहे हैं।

सुरक्षा कारणों से सिने स्टार को जेल की कोठरी में ही रहकर कागज के थैले बनाने का काम सौंपा गया है। इस काम के लिए उन्हें 25 रुपये रोजाना दिहाड़ी मिल रही है।

Friday 19 July 2013

मिड-डे मील जैसा होगा फूड सिक्‍योरिटी बिल का अंजाम

वाराणसी: योग गुरु रामदेव ने देश में शीर्ष स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटालों के लिए सीधे तौर पर कांग्रेसनीत संप्रग सरकार को दोषी ठहराया। वाराणसी में बुधवार संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने एक ओर गांधी परिवार की जमकर आलोचना करते हुए संप्रग सरकार को उखाड़ फेंकने के साथ देश बचाने की अपील की वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधते हुए उन्हें राष्ट्रवादी और विकासवादी व्यक्तित्व करार दिया। उन्होंने कहा कि वोट के लालच में आमजन को सस्ता गेहूं, चावल देने की घोषणाणों पर प्रहार करते हुए योग गुरु ने कहा कि सस्ते खाने की योजना का भी वही हाल होगा, जो मिड-डे-मील का हो रहा है।

भारत स्वाभिमान ट्रस्ट की युवा इकाई की गोष्ठी को संबोधित करने के पूर्व रामदेव ने कहा कि कांग्रेस ने क्रूरतापूवर्क लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म कर दिया है अथवा खत्म करने की कगार पर ला खड़ा किया है। यही नहीं बल्कि इस केंद्र सरकार ने निहित स्वार्थवश आईबी, रा, सीबीआई और एनआईए सहित सारी सुरक्षा एजेंसियों को आपस में ही लड़ा दिया है, जो भयवश कार्य करने से कतराने लगी हैं।

Thursday 18 July 2013

मिड-डे मील में जहर विपक्ष की साजिश हो सकती है: शिक्षा मंत्री

पटना।। बिहार सरकार ने बच्चों की मौत मामले को विपक्षी दलों की साजिश करार दिया है। राज्य के शिक्षा मंत्री पी. के. शाही ने बुधवार को कहा कि शुरुआती जांच के दौरान यह स्पष्ट है कि मिड-डे मिल में जहर मिला हुआ था और यह फूड पॉइजनिंग का मामला नहीं है। विपक्षी पार्टी आरजेडी का नाम लिए बिना शाही ने कहा कि गांववालों ने बताया कि एक पार्टी विशेष के सक्रिय कार्यकर्ता अर्जुन राय के किराना दुकान से स्कूल में सामग्री की सप्लाई की जाती है। अर्जुन राय उस स्कूल की प्रभारी हेड मिस्ट्रेस मीना देवी के पति हैं। इसके अलावा राय मशरख में पार्टी विशेष के प्रभावशाली माने जाने वाले ध्रुव राय के चचेरे भाई हैं और वह एक बडे़ राजनेता के करीबी हैं। 

शाही ने बताया कि मीना देवी 2011 में इस स्कूल में प्रतिनियुक्त होने से पहले बहुआरा मिडल स्कूल में कार्यरत थीं और उनकी प्रतिनियुक्ति मशरख प्रखंड के तत्कालीन शिक्षा पदाधिकारी प्रबोध कुमार ने की थी। शाही ने कहा कि ऐसी अपुष्ट सूचना है कि उनकी प्रतिनियुक्ति किसी राजनीतिक दबाव के अंतर्गत की गई थी। शाही ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से यह पूछा है कि वह बताएं कि अर्जुन और ध्रुव राय कौन हैं। इस बीच छपरा में मिड-डे मील खाने से 27 बच्चों की मौत के बाद हंगामा थमा भी नहीं है कि गया और मधुबनी में भी मिड डे मील मासूमों पर कहर बनकर टूटा। गया में बुधवार को मिड डे मील खाने से एक बच्चे की मौत हो गई और 22 बीमार हैं। दूसरी तरफ मधुबनी में भी मिड डे मील खाने से 50 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई है। इनमें से सात बच्चों को तत्काल हॉस्पिटल में भर्ती काराया गया है। 

उधर, महाराष्ट्र के एक स्कूल में भी 31 बच्चों के मिड-डे मील खाने के बाद बीमार पड़ने की खबर है। मधुबनी से 22 किलोमीटर दूर बिस्फी के नवटोलिया मिडल स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 50 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि बच्चों को दिए जाने वाले खाने में छिपकली गिर गई थी, लेकिन इसके बावजूद स्कूली छात्रों को खाना परोसा गया। मिड-डे मील खाने के बाद स्कूल के बच्चों को पेट दर्द और उल्टी होने लगी। इसके बाद डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल सभी बच्चों को हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सात बच्चों के अलावा सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उधर, महाराष्ट्र के धुले में एक म्यूनिसिपल स्कूल के कई बच्चे मिड-डे मील खाने का बाद बीमार हो गए हैं। 30 से अधिक बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि मंगलवार को बिहार के छपरा जिले में मिड-डे मील खाने से 27 बच्चों की मौत हो गई।

 इसके साथ ही 28 बच्चे अभी भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। इनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है। छपरा में हुई घटना के बाद से लोगों में जबर्दस्त गुस्सा है। लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ उग्र विरोध-प्रदर्शन करते हुए कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी की। छपरा में एक पुलिस वैन को भी आग के हवाले कर दिया गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर अफसोस जताते हुए हुए कमिश्नर और आईजी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, आरजेडी और बीजेपी ने इसे प्रशासन की लापरवाही करार देते हुए मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार का इस्‍तीफा मांगा है। गौरतलब है कि इस मामले के सामने आने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया से मुखातिब नहीं हुए हैं।

Tuesday 16 July 2013

मोदी की भद्दी भाषा के इस्तेमाल से भाजपा को नहीं मिलेंगे वोट: नीतीश

पटना: बुर्का और कुत्ते के पिल्ले संबंधी टिप्पणियों की निंदा करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ऐसी भद्दी भाषा का इस्तेमाल करने से भाजपा को वोट नहीं मिलेंगे और इससे केवल माहौल ही दूषित होगा। गुजरात के मुख्यमंत्री की कुत्ते के पिल्ले और बुर्का संबंधी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नीतीश ने पत्रकारों को बताया कि ऐसी भद्दी भाषा के इस्तेमाल से चुनावों में भाजपा को नुक्सान होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी जहरीली भाषा पर अन्य नेताओं की ओर से भी ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की जाएगी जिससे देश में शांति और सौहार्द नष्ट हो जाएगा।

भाजपा के साथ जदयू के 17 साल पुराने गठबंधन की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा हमारा गठबंधन कुछ बुनियादी बातों पर हुआ था। गठबंधन का जो सबसे बड़ा दल (भाजपा) था उसके द्वारा उठाए गए कदम हमें मंजूर नहीं थे इसलिए हमने गठबंधन को तोडऩे का कदम उठाया। भाजपा द्वारा मोदी को चुनाव अभियान समिति प्रमुख बनाए जाने पर उससे जदयू के नाता तोडऩे के कदम को उपयुक्त बताते हुए नीतीश ने नरेंद्र मोदी द्वारा की टिप्पणियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि पिछले तीन चार दिनों में जो बातें कही जा रही है वह हमारे लिये नए रुख को और मजबूत करती है।

Monday 15 July 2013

पब में 100 स्कूली छात्र-छात्राओं को परोसे जा रहे थे शराब

pub
पुलिस और एक्साइड विभाग की टीम ने गुड़गांव में एमजी रोड के डीटी सिटी सेंटर मॉल के एक बार में रविवार को छापामारी के बाद पुलिस ने सौ से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं को पकड़ा। 'सेक्स ऐंड स्मोक' थीम के नाम से आयोजित पार्टी में छात्र-छात्राओं को न केवल वाइन सर्व की जा रही थी, बल्कि हुक्का भी मुहैया कराया गया था। सभी बच्चे शहर के नामी स्कूलों में पढ़ते हैं। बच्चों को पैरंट्स के हवाले कर दिया गया। नियमों के मुताबिक बार में स्कूली बच्चों व नाबालिगों की एंट्री ही नहीं हो सकती है। पुलिस ने बार मालिक व मैनेजर के खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने और एक्साइज ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया। रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि एमजी रोड के डीटी सिटी सेंटर में सेकंड फ्लोर स्थित एक बार में स्कूली बच्चों को वाइन सर्व की जा रही है और हुक्का भी मुहैया कराया जा रहा है। इस पर जॉइंट पुलिस कमिश्नर महेश्वर दयाल, डीसीपी साउथ राहुल शर्मा, एसीपी डीएलएफ भूपेंद्र सिंह, सेक्टर 29 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह की टीम ने बार में रेड की। इस दौरान एक्साइज की टीम भी साथ थी। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई में सौ से अधिक स्कूली बच्चे मिले। उनकी उम्र 15 से 20 साल के बीच है। सभी गुड़गांव के रहने वाले हैं और शहर के नामी स्कूलों में पढ़ते हैं। पुलिस ने बच्चों से ही फोन करवाकर उनके पैरंट्स को मौके पर बुलाया। एक्साइज विभाग की टीम ने यहां पर वाइन व तंबाकू के कुछ सैंपल लिए। करीब दो घंटे तक बार के मैनेजर, कर्मचारियों से पूछताछ की गई। सेक्टर 29 पुलिस थाने में बार के मालिक, मैनेजर व कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। एसीपी डीएलएफ भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बच्चों को काउंसलिंग के बाद उनके पैरंट्स के हवाले कर दिया गया। इस पार्टी में शामिल सभी बच्चे सोशल साइट के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में थे। बार में आयोजित पार्टी का नाम 'सेक्स ऐंड स्मोक' रखा गया था। बच्चों के पैरंट्स प्रशासनिक अधिकारी, बिल्डर, डॉक्टर, इंजीनियर हैं। बताया गया कि सभी बच्चे मोबाइल, फेसबुक व वॉट्स ऐप के अलावा दूसरी सोशल साइटों के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क में थे। इन बच्चों के चार-पांच ग्रुप थे। रविवार को दोपहर बाद से ही पार्टी चल रही थी। दो दिन पहले ही इस पार्टी के लिए बार को बुक किया गया था। इसके लिए मोटी रकम बार संचालकों को दी गई थी। आधी रकम एडवांस में ही दे दी गई थी। पार्टी का मेन्यू पहले ही निर्धारित कर लिया गया था। पुलिस की टीम जब बार में पहुंची सभी बच्चे शराब और हुक्के के नशे में धुत होकर डीजे पर थिरक रहे थे। पुलिस ने बच्चों के पैरंट्स से लिखवाकर लिया कि वह इस प्रकार की गलती दोबारा नहीं होने देंगे। इतनी बड़ी संख्या में एक बार से स्कूली बच्चों के पकड़े जाने का यह पहला मामला गुड़गांव में आया है। एसीपी डीएलएफ भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने एक्साइज डिपार्टमेंट को बार को सील करने व लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है।

Friday 12 July 2013

जेल जाने से डरे लालू!

lalu prasad yadav
चारा घोटाले में बुरी तरह से फंसे लालू प्रसाद यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है लेकिन लालू की राजनीति की खूबी यही है कि वह सबसे बुरे दौर को भी अपने फायदे के लिए भुनाने की कला में माहिर हैं। खतरे को भांपते हुए लालू ने प्लान ‘बी’ तैयार कर लिया है जिसके मुताबिक उन्होंने पार्टी की कमान रघुवंश प्रसाद सिंह को सौंपने की योजना बनाई है। 23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट लालू की याचिका पर अगली सुनवाई करेगा। प्लान के मुताबिक लालू ने अपने कार्यकत्र्ताओं और समर्थकों से पूरे बिहार में वैसा ही माहौल बनाने का इशारा किया, जैसा माहौल 1997 में चारा घोटाले के सिलसिले में उनकी गिरफ्तारी के बाद राज्य में बना था।

लालू ने 5 जुलाई को राजद के स्थापना दिवस के मौके पर अपने कार्यकत्र्ताओं से कहा, ‘‘मुझे याद है कि जब मैं जेल जा रहा था तो लोग किस तरह रो रहे थे। बुरे दौर में पार्टी में कितनी एकता थी।’’ लालू ने यह बात झारखंड हाईकोर्ट के उस फैसले के बाद कही थी जिसमें हाईकोर्ट ने लालू की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें सी.बी.आई. कोर्ट के विशेष जज को हटाने की मांग की गई थी। पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक लालू राजद की बागडोर अपनी पत्नी की जगह परिवार के बाहर के किसी आदमी को सौंपेंगे। लालू ने तय कर लिया है कि अगर उन्हें चारा घोटाले में जेल जाना पड़ा तो उनकी जगह पार्टी का कामकाज बतौर कार्यकारी अध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह देखेंगे।

मीडिया पर कुछ पाबंदी की जरुरत: तिवारी

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सोशल मीडिया में उपयोगकर्ता की पहचान गुप्त रखने का दुरूपयोग हो सकता है और इसलिए मीडिया के लिए कुछ नियम बनाने की जरुरत है । उन्होंने कहा कि साथ ही ध्यान रखना होगा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता गैर जरुरी रुप से बाधित नहीं हो। 

उन्होंने कहा, ‘‘कई लोग हैं जो निजता और पहचान छुपाने में भेद नहीं कर पाते। और वे पहचान गुप्त रखने का दुरुपयोग करते हैं ताकि हर तरीके का नफरत फैलाने वाला अभियान चलाया जा सके जिसका काफी नुकसान हो सकता है।’’ उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो हांगकांग, मकाउ या बहामास में बैठा है वह भारत से संबंधित विषय वस्तु पोस्ट कर सकता है और भारत सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

Thursday 11 July 2013

मेट्रो में रोमांस करने वाले जोड़ों को खोजने में जुटी पुलिस, होगा केस

दिल्‍ली मेट्रो में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से बने अश्‍लील एमएमएस का मामला तूल पकड़ने लगा है। डीएमआरसी उन जोड़ों के खिलाफ केस करेगी जिन्‍हें सीसीटीवी फुटेज में रोमांस करते देखा गया है। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मेट्रो की जांच समिति फुटेज में दिख रहे जोड़ों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज में से चेहरा तलाशने में जुटी है। समिति ने जोड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस से बातचीत भी कर ली है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक जोड़ों की तलाश के लिए पुलिस की मदद भी ली जा रही है। पकड़े जाने पर इनके खिलाफ सार्वजनिक स्‍थान या वाहन में अश्‍लील हरकत करने के आरोप में मामला दर्ज कराया जाएगा।
महिला आयोग ने सीसीटीवी कैमरों में कैद फुटेज की एमएमएस क्लिप बनाए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। आयोग ने डीएमआरसी से दो हफ्ते के भीतर जवाब भी मांगा है। डीएमआरसी ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से लीक की गई पोर्न क्लिप मामले की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंप दी है। इसके अलावा अपने स्तर पर भी सघन जांच कराने के आदेश दिए हैं।

Wednesday 10 July 2013

गांधी परिवार देश को लूट रहा है: रामदेव

योग गुर बाबा रामदेव ने कहा कि उनके कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रचार करके लोगों से कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने का आग्रह करेंगे जो कि उनके अनुसार देश को ‘‘लूट’’ रही है। रामदेव ने भाजपा नेता एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस और गांधी परिवार देश को लूट रहा है। कांग्रेस मोदी को साम्प्रदायिक करार देकर बदनाम कर रही है क्योंकि अगले चुनाव में वह राहुल गांधी से मुकाबला करने को तैयार है।’’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे युवा भारत कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रचार करेंगे और लोगों को कांग्रेस के खिलाफ मतदान करने के लिए समझाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि वह मोदी का इसलिए समर्थन कर रहे हैं क्योंकि देश के सामने कई मुद्दे हैं। हालांकि यह पूछे जाने पर क्या वह भाजपा का एक पार्टी के रूप में समर्थन करेंगे तो उन्होंने कोई सीधा उत्तर नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा को समर्थन देने के बारे में सोच सकते हैं यदि वह हमारी मांगों को अपने घोषणापत्र में शामिल करे।’’ रामदेव ने आशा जतायी कि जदयू नेता नीतीश कुमार राजग से अलग होने के अपने निर्णय पर पुनर्विचार करेंगे और चुनाव के बाद उसमें वापसी करेंगे। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से अलग नहीं हुए हैं और वह उनके ‘‘सम्पर्क’’ में रहेंगे।

Tuesday 9 July 2013

चीनी सेना का दुस्साहस, लद्दाख में घुसकर लोगों को दी धमकी, कैमरे तोड़े

नई दिल्ली। चीनी सेना ने एक बार फिर लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सेक्टर के नजदीक चुमुर इलाके में घुसकर वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है। चीनी सेना ने यहां पर भारतीय सेना द्वारा लगाए गए हाई रेजोल्यूशन कैमरों को भी तोड़ दिया और सेना द्वारा बनाए गए कुछ अस्थायी ढांचों को भी गिरा दिया। खुफिया विभाग द्वारा भारत सरकार को सौंपी गई इस रिपोर्ट की पुष्टि आईटीबीपी ने भी की है। पिछले तीन माह में दूसरी बार चीनी सेना ने इस तरह का दुस्साहस किया है। 

इससे पहले अप्रैल-मई में भी चीनी सेना ने दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में घुसकर अपने कैंप स्थापित कर दिए थे। इतना ही नहीं उन्होंने वहां पर जो बोर्ड लगाया था उस पर लिखा था कि वह चीनी का सरहदी इलाका है और आप चीन में हैं। गौरतलब है कि भारतीय रक्षा मंत्री इन दिनों चीन की आधिकारिक यात्रा पर गए हुए हैं। 

इस दौरान होने वाली बातचीत में यह मुद्दा उठना भी तय माना जा रहा है। खुफिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि यह घटना 17 जून की है, चीनी सैनिकों ने चुमुर में लगे कैमरों को तोड़ दिया। यह कैमरे सीमा की निगरानी के लिए भारतीय सेना ने मई में स्थापित किए थे। करीब तीन सप्ताह पहले हुई इस घटना में चीनी सैनिकों ने वहां के स्थानीय लोगों को हिंदी में वह जगह तुरंत खाली करने को कहा। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सीमा में घुसे चीनी सैनिक अच्छी तरह से हिंदी जानते थे। उन्होंने वहां रह रहे स्थानीय लोगों से कहा कि वह जमीन उनकी है लिहाजा वह वहां से चले जाएं। गौरतलब है कि अप्रेल-मई में भी चीन की सेना ने दौलत बेग ओल्डी सेक्टर का रुख किया था। 

इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। लेकिन भारतीय दबाव के बाद आखिरकार चीनी सैनिक वहां से हट गए थे। हालांकि भारत को चीनी सरकार की यह बात जरूर माननी पड़ी थी कि इस इलाके में भारतीय सैनिकों की भी मौजूदगी नहीं होगी। लिहाजा यहां पर भारतीय सैनिकों को गश्त भी नहीं लगाई जाती है। चुमुर में हुई ताजा घटना के बाद तीन जुलाई को दोनों देशों की सेना के बीच हुई फ्लैग मीटिंग में भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों द्वारा भी यह मुद्दा उठाया गया और बतौर सबूत टूटे हुए कैमरों को भी पेश किया गया। 

भारत सरकार को इस बाबत खुफिया रिपोर्ट उस वक्त मिली जब सरकार उत्तराखंड में आई भीषण आपदा से जूझ रही थी। चीन के साथ लगातार बढ़ रहे विवाद से भारत और चीन के बीच खटास बढ़ती जा रही है। इससे पूर्व पाक अधिकृत कश्मीर में चीन द्वारा बनाई जाने वाली दो सौ किमी लंबी सुरंग भी भारत के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। वहीं चीनी सेना के मेजर जनरल ने भी कुछ दिन पहले अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए विवादों को हवा देने की कोशिश की थी।

Monday 8 July 2013

महाबोधि मंदिर ब्लास्ट: एक-एक हिस्से में आतंकियों की पैठ दिखी

बोधगया [भुवनेश्वर वात्स्यायन]। इसे संयोग कहिए या फिर महात्मा बुद्ध की ज्ञानस्थली की करुणा, जिस वक्त महाबोधि मंदिर में धमाके हुए उस वक्त मंदिर परिसर में काफी कम लोग थे। सुबह के साढ़े पांच बजे थे और दैनिक पूजा की तैयारी चल रही थी। जिस हिसाब से आतंकियों ने मंदिर परिसर में अपनी पहुंच बना रखी थी उससे साफ है कि अगर मंदिर के भीतर भीड़ होती तो दृश्य कुछ और होता। चार विस्फोट मंदिर परिसर के चारों कोने पर हुए। एक तरह से पूरा परिसर आतंकियों की पहुंच में था। मंदिर के ठीक पीछे भगवान बुद्ध के चरणस्थल हैं और यहीं पर बोधिवृक्ष की पूजा होती है। यहां पहुंचने के पहले सुरक्षाकर्मी की अनुमति लेनी होती है। इतनी सुबह कोई व्यक्ति बौद्ध भिक्षु का लिबास पहने बगैर आसानी से नहीं आ सकता, क्योंकि यह पर्यटकों का समय नहीं। ऐसा लगता है कि जिसने बम लगाए उसने अपना लिबास कुछ इस तरह से रखा हुआ था कि किसी को शक न हो। एक धमाका बोधिवृक्ष के समीप हुआ जहां पूजा की तैयारी में लगे दो भिक्षु जख्मी हुए। विस्फोट के वक्त वहां मौजूद कोलकाता से आए शील रक्षित ने बताया कि उन्हें लगा कि जेनरेटर फटा है। इस विस्फोट के तुरंत बाद मंदिर परिसर के दूसरी दिशा में विस्फोट हुआ जो रत्‍‌नागिरी मंदिर के पास है। रत्‍‌नागिरी के बाद तीसरा विस्फोट महाबोधि मंदिर के ऊपरी हिस्से अनिमेषलोचन के पास हुआ। अनिमेषलोचन जिस जगह पर है उसके आगे तालाब के निकट बटर लैंप हाउस है। यहां श्रद्धालुओं द्वारा दीप जलाया जाता है। मुख्य मंदिर से यहां पहुंचने के लिए सीढिय़ां चढऩी पड़ती हैं। चौथा धमाका यहीं हुआ। बटर लैंप हाऊस के समीप एक बड़ी एंबुलेंस के भीतर टाइमर वाली डिवाइस फिट की गई थी। मंदिर परिसर में प्रवेश करने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए दस सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सीसीटीवी के बेमानी होने का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि उनके फुटेज दो दिनों से अधिक समय तक नहीं रखे जा सकते। मंदिर परिसर के आगे बढऩे पर थाईलैंड के निर्माणाधीन मठ के समीप खड़ी एक टूरिस्ट बस में भी आतंकियों ने बम फिट कर दिया था। उसमें भी विस्फोट हुआ। महाबोधि मंदिर के भीतर बड़ी संख्या में लोग सुबह की सैर को पहुंचते हैं, लेकिन उनकी जांच की कोई व्यवस्था कहीं नजर नहीं आती।

Saturday 6 July 2013

उत्तराखंड बाढ़: राहुल गांधी के चित्र लगी राहत सामग्री हुई खराब

गुप्तकाशी के नालागांव में आज उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब आपदा प्रभावित लोगों ने यहां वितरित की जा रही खाद्य सामग्री को लेने से मना कर दिया। इन लोगों का आरोप था कि वितरित की जा रही उक्त सामग्री खराब हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि उक्त राहत सामग्री पर राहुल गांधी के चित्र लगे हुए थे। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के द्वारा रवाना किए गए राहत सामग्री के ट्रकों के ऋषिकेश में डीजल खत्म होने के कारण कुछ दिन खड़े रहने के समाचार भी मिले थे।

Friday 5 July 2013

71 साल के नेताजी को चाहिए 18-20 साल की चूजा

mulayam singh yadav
खुद को पाक-साफ बताने वाले और अच्छे आचरण की नसीहत देने वाले नेता निजी जिंदगी में कितना अमर्यादित आचरण करते हैं और महिलाओं के प्रति उनकी क्या राय है, उत्तर प्रदेश की सियासत में यह एक बार फिर सामने आया है। इस बार मामला प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (एसपी) से जुड़ा हुआ है। महिला सभा प्रदेश कार्यकारिणी की पूर्व सदस्य मधु पांडेय ने औरैया के एसपी जिलाध्यक्ष और श्रम प्रवर्तन विभाग के चेयरमैन चौ. रामबाबू यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला नेता की मानें तो राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त 71 वर्षीय चेयरमैन ने फोन पर उनसे लड़कियों की मांग की थी, जिसमें लड़कियों को चूजा कहकर संबोधित किया गया था। इस महिला ने अब अपनी जान को खतरा बताते हुए अधिकारियों से सुरक्षा की गुहार लगाई है। 


डीएम एस. राजलिंगम ने इस मामले की जांच का आश्वासन दिया है। मधु पांडेय का आरोप है कि पति की नौकरी लगवाने के चलते वह मजबूर होकर चेयरमैन की बातों को सह रही थीं, लेकिन जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। मधु का आरोप है कि अक्टूबर 2012 में जब चेयरमैन लखनऊ मीटिंग में गए थे तो उन्होंने फोन पर उससे चूजे ले आने की आपत्तिजनक मांग की थी। मधु ने इस बातचीत का रिकॉर्ड अंश भी मीडिया को सुनवाया, जिसमें रामबाबू, मधु से व्यवस्था करने की बात कहते हैं। जवाब में मधु हां कहती हैं, तो रामबाबू पूछते हैं, "माल खरा है..?" इतना ही नहीं, जब मधु, रामबाबू से चूजा का मतलब पूछती हैं तो वह पहले मधु से कहते हैं, तुम सब जानती हो और फिर बोलते हैं कि चूजा माने 19 से 20, 18 से 20 साल तक की। इस पर मधु हओ यानी हां की सहमति देती हैं। गौरतलब है कि एक जून को कानपुर रैली में शामिल होने के लिए मधू पांडेय के बस मांगने पर रामबाबू यादव में जमकर तकरार हुई थी। 

उसके बाद जिलाध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। कुछ समय तक शांत रहने के बाद मधु ने अब चेयरमैन पर आरोप लगाया है, तो वहीं चेयरमैन इसे ही अपनी ढाल बना रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी से निष्कासन होने के कारण मधु उनके खिलाफ ऐसे झूठे आरोप लगा रही हैं। दूसरी ओर, मधु चूजे लाने संबंधी जिस फोन कॉल का हवाला दे रही हैं उसको लेकर चेयरमैन का कहना है कि ये आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 71 वर्ष है और चूजा लाने को लेकर जो कहा जा रहा है, इसके बारे में उन्हें नहीं पता। चेयरमैन ने यह भी कहा कि वह अपना पक्ष पार्टी हाईकमान के समक्ष रखेंगे।

Thursday 4 July 2013

बहादुरी से लड़ रहे थे एसपी बलिहार, तभी गोलियां हुई खत्म और..

धनबाद, दुमका के काठीकुंड थाना क्षेत्र में पाकुड़ एसपी अमरजीत बलिहार अदम्य साहस का परिचय देते हुए नक्सलियों से काफी देर तक लड़ते रहे। अंतत: जब उनकी रिवॉल्वर की गोलियां खत्म हो गई तो नक्सली उन्हें मोर्चे से खींचकर ले गए और बेरहमी से मारा डाला। यह आंखों देखी कहानी शहीद एसपी के घायल अंगरक्षक लोबेनियस मरांडी ने बयां की है। वह अभी धनबाद केंद्रीय अस्पताल के गहन चिकित्सा केंद्र में भर्ती हैं। उस खौफनाक मंजर को याद करते हुए अंगरक्षक ने बताया कि नक्सलियों ने अचानक सड़क के दोनों ओर से एसपी साहब की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। शुरू में ही एक गोली अंगरक्षक चंदन थापा को लगी। स्थिति को भांपते हुए एसपी साहब खुद गाड़ी से उतर गए। उनके पीछे कवर फायरिंग करते हुए मैं भी गाड़ी से उतरा और साहब के साथ एक पेड़ के पीछे से नक्सलियों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान नक्सलियों के एक जत्थे से एसपी साहब की मुठभेड़ चल रही थी। वह जत्था काफी नजदीक आ गया। जबकि दूसरा जत्था साहब की एस्कॉर्ट पार्टी को टारगेट कर गोली चला रहा था। थोड़ी देर में ही चारों ओर से गोली चलने लगी। जवाबी फायरिंग में साहब के रिवॉल्वर के साथ मेरे हथियार की भी गोली खत्म हो गई। इसी बीच एक गोली मेरे (मरांडी के) बाएं हाथ में लगी और मैं गिर गया। साहब भी मेरी हालत देखकर घबरा गए। धीरे-धीरे मेरी आंखें बंद होने लगीं। तभी अचानक आधा दर्जन नक्सली पेड़ के पास आ धमके और साहब को पकड़ लिया। उन्हें खींचते हुए ले गए। नक्सलियों की इस हरकत के बाद ही मेरी (मरांडी की) आंखें बंद हो गई। जब उसकी आंखें खुलीं तो खुद को अस्पताल में पाया।

Wednesday 3 July 2013

हैदराबाद ब्लास्ट में मिला अहम सुराग!

हैदराबाद।। आंध्र प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को हैदराबाद बम ब्लास्ट मामले में अहम सुराग हाथ लगने का दावा किया। पुलिस ने कहा कि एनआईए की मदद से वह जल्द ही मामले के मु?य आरोपी को धर दबोचने के करीब है। इस साल 21 फरवरी को हैदराबाद के दिलसुखनगर में दो बम धमाके हुए थे जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। आंध्र के डीजीपी वी. दिनेश रेड्डी ने रिपोर्टरों से कहा, हम उन व्यक्तियों को जानते हैं जिन्होंने ब्लास्ट किया है। हम उन्हें पकड़ने की दिशा में काम कर रहे हैं। आरोपियों को आश्चर्यचकित करने के लिए हम इसे बेहद गोपनीय रख रहे हैं ताकि उन्हें पकड़ने में आसानी हो। हमारे हाथ एक कामयाबी लगी है, लेकिन मैं फिलहाल इस बारे में अधिक खुलासा नहीं करूंगा।'

Tuesday 2 July 2013

अगर मुफ्त रोमिंग का देख रहे सपना तो जरा यह सच्चाई जान लें

नई दिल्ली। देश में मोबाइल रोमिंग दरों के नए दौर की शुरुआत हो गई है। इसके तहत रोमिंग मुफ्त तो नहीं मिल रही है, अलबत्ता एक मुश्त फीस पर पूरे देश में निर्बाध रोमिंग की सुविधा मिलेगी। दिग्गज टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने पांच रुपये रोजाना के रोमिंग चार्ज पर नई दरों का एलान किया है। इसमें नेशनल रोमिंग पर इनकमिंग कॉल मुफ्त होगी, जबकि आउटगोइंग दर 1.50 रुपये प्रति मिनट होगी। यह सुविधा सिर्फ प्रीपेड ग्राहकों के लिए है। माना जा रहा है कि दूसरे ऑपरेटर भी जल्द ही नई रोमिंग दरों की घोषणा कर सकते हैं।

इस नई व्यवस्था से यह स्पष्ट हो गया है कि ऑपरेटर अब अलग-अलग सर्किल में कॉल दरों के बजाय एक मुश्त रोमिंग फीस लेंगे। रोमिंग समाप्त करने को लेकर टेलीकॉम नियामक ट्राई व ऑपरेटरों के बीच खींचतान होती रही है। ऑपरेटरों की असहमति के बाद ही नियामक ने हाल ही में एक मुश्त दरों पर नेशनल रोमिंग की सुविधा देने की इजाजत दी थी। यह व्यवस्था सोमवार से लागू हुई है। ट्राई ने ऑपरेटरों के लिए दो प्रणालियां प्रस्तावित की हैं। पहली प्रणाली में रोमिंग की इनकमिंग कॉल मुफ्त होगी लेकिन ऑपरेटर एक मुश्त फीस ले सकेंगे। एयरटेल का पैकेज इसी व्यवस्था के तहत आया है।

दूसरी प्रणाली में इनकमिंग कॉल मुफ्त नहीं होगी लेकिन कोई फिक्स्ड रोमिंग का चार्ज नहीं लगेगा। ट्राई ने रोमिंग दरों को भी घटा दिया है। इसके तहत रोमिंग के दौरान आउटगोइंग लोकल कॉल की दर को एक रुपये और एसटीडी की दर अधिकतम 1.50 रुपये प्रति मिनट किया गया है। इसी तरह इनकमिंग कॉल की दर को 1.50 रुपये से घटाकर 75 पैसे प्रति मिनट किया गया है। एयरटेल ने सोमवार को जिन दरों का एलान किया है उसमें एसएमएस की दर स्पष्ट नहीं है। नेशनल रोमिंग पर आउटगोइंग कॉल 1.50 रुपये प्रति मिनट किया है, जो ट्राई की निर्धारित दर से ज्यादा है। कंपनी ने लोकल और एसटीडी दोनों तरह की कॉल के लिए एक समान आउटगोइंग दर तय की है।