Saturday 19 May 2012

अभी ईशा को अपने घर नहीं लाना चाहते जहीर!

बेंगलुरु. टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज जहीर खान इस समय सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट पर अपना ध्यान केंद्रित रखना चाहते हैं। इस साल शादी करने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए जहीर ने कहा, "मैं अभी किसी बंधन में बंधने के मूड में नहीं हूं। जहीर ने कहा, अखबारों में कई बार मेरी शादी हो चुकी है। लेकिन प्लीज इन अफवाहों को अब बंद कर दीजिए। जब मेरी शादी होगी तो मैं सबको बुलाऊंगा।" उल्लेखनीय है कि जहीर खान और ईशा शेरवनी का नाम अकसर जोड़ा जाता रहा है। हाल ही में यह चर्चा गरम थी कि यह प्रेमी युगल इस साल के अंत तक विवाहसूत्र में बंध जाएगा। जहीर के मम्मी-पापा भी जल्दी से जल्दी अपनी बहू को घर लाना चाहते हैं। लेकिन जहीर ने इन खबरों का खंडन किया है। जहीर ने कहा, "मैं क्रिकेट खेलते हुए बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि अब करने को बहुत कुछ बाकी है। मैं किसी प्रकार की जल्दबाजी में नहीं हूं।" जहीर ने हाल ही में अपने दूसरे रेस्त्रां का उद्घाटन किया। पुणे में हुए शानदार आयोजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पुणे वारियर्स के खिलाड़ी जहीर को बधाई देने पहुंचे थे। लेकिन ईशा शेरवनी इस कार्यक्रम से दूर रहीं।

दहेज का मुद्दा ! इस बार उठाएंगे आमिर

आमिर खान के टीवी शो सत्यमेव जयते को लेकर लोगों में इस बात की भी उत्सुकता रहती है कि इस बार आमिर किस मुद्दे को उठाएंगे। आमिर और उनकी टीम इतना चुपचाप काम करती है कि किसी को इस बारे में भनक नहीं लगती कि वे शो में क्या करने वाले हैं। गौरतलब है कि आमिर ने शो शुरू होने के पहले तक ये बात पता नहीं लगने दी कि उनके शो का फॉर्मेट क्या है। कन्या भ्रूण हत्या और बाल यौन शोषण जैसे दो मुद्दे वे अपने शो में उठाकर धाक जमा चुके हैं। आमिर के इस शो को दूरदराज गांव में बैठे आम आदमी से लेकर तो मेट्रो शहर में बैठी सेलिब्रिटी तक ने पसंद किया है। कुछ लोगों का कहना है आमिर एक घंटे तक बुद्धू बक्से को बुद्धू नहीं रहने देते हैं। सूत्रों का कहना है कि 21 मई को प्रसारित होने वाले शो में आमिर खान इस बार दहेज का मुद्दा लोगों के सामने रखेंगे। हमारे देश में अभी भी दहेज की वजह से कई महिलाओं को अत्याचार का सामना करना पड़ता है। कई मामलों में उनकी हत्या तक हो जाती है। उम्मीद की जानी चाहिए‍ कि इस बार भी आमिर का यह शो लोगों को नींद से जगाने में कामयाब होगा।

अखिलेश को घेरने की तैयारी में मायावती

नई दिल्ली। एनआरएचएम समेत कई घोटालों में घिरी राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती शनिवार को यहां एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिए राज्य की मौजूदा कानून व्यवस्था और घोटालों के ऊपर अखिलेश को घेरने की कोशिश करेंगी। मायावती अब अपने बचाव के साथ-साथ मौजूदा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जवाबी हमला करने में उतर गई हैं। मायावती पहले ही कह चुकी हैं कि अखिलेश यादव की कार्रवाई पूरी तरह से भेदभावपूर्ण है। अपने को तमाम घोटालों में पाक साफ कहलाने वाली मायावती शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस करने वाली हैं। इस प्रेस कांफ्रेंस में राज्य की मौजूदा कानून व्यवस्था के साथ-साथ मायावती घोटालों पर भी जवाब देंगी। मायावती यूं भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को ना बख्शने के लिए मानी जाती हैं। इससे पूर्व सपा ने कहा कि बसपा एक झूठ छिपाने के लिए सौ झूठ बोल रही है। जो पार्टी अपने प्रवक्ता का आज तक नाम नहीं बता पाई, वह दूसरों को जिम्मेदारी की सीख देने चली है। पार्टी ने कटाक्ष किया कि अभी तो मायावती के राज के घोटालों की परतें उधड़ ही रही हैं। सघन जांच के बाद जब पूरी लूट का हिसाब सामने आएगा तब जरूर कहा जाएगा कि वह तो बस कमाल ही करते हैं। सपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि बसपा राज के पांच साल में उत्तर प्रदेश में विकास के नाम पर विनाश की राजनीति चली। सड़क, बिजली, पानी मुहैया कराने के बजाए पार्को, स्मारकों, हाथी और मायावती की मूर्तियों पर खजाना लुटाया गया। विज्ञापनों, होर्डिगों और पत्थरों पर योजनाओं के नाम जरूर छपे मिले लेकिन कोई योजना साकार नहीं दिखी। सत्ता का हद से ज्यादा दुरुपयोग कर बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री ने घोटालों के सभी रिकार्ड तोड़ दिए। अपने आवास की सजावट पर ही उन्होंने 86 करोड़ रुपये फूंक दिए। जितनी जमीन पर पार्क, स्मारक बने हैं उस जमीन की कीमत एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होगी। इस पर निर्माण खर्चा अलग से 40 हजार करोड़ है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण में रिकार्ड बनाने वाली बसपा सरकार के तमाम आरोपित पूर्व मंत्री और विधायक अब अपने भविष्य को लेकर बुरी तरह आशंकित है। बसपा प्रदेश अध्यक्ष को मुख्यमंत्री द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा किया जाना भी मजाक दिखता है। उन्हें अपना जमाना याद नहीं जब ऐसी हर बैठक के बाद अपराध और ज्यादा बढ़ जाते थे। चौधरी ने कहा कि सपा ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का इरादा जता दिया है। पिछले पांच वर्षो में हुए भ्रष्टाचार की जांच एक आयोग द्वारा कराई जाएगी। पत्थरों में भी कमीशन बटोरकर तिजोरी भरने वालों की कानून के तहत जवाबदेही जरूर तय होगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी

चुनाव में धांधली पर राहुल व दिग्गी को नोटिस

इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर की एक अदालत ने एनएसयूआई चुनाव में धांधली को लेकर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी 26 जून तक अपना पक्ष रखने को कहा है। उल्लेखनीय है कि मार्च में हुए प्रांतीय चुनाव में विपिन वानखेडे के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने पर विवाद खड़ा हो गया था। छात्र नेता विवेक तंवर और शिवमनी ने विपिन की चयन प्रक्रिया पर आपत्ति जाहिर की थी और इस संबंध में राहुल गांधी, दिग्विजय समेत एनएसयूआई और कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों को जानकारी भी दी थी। परंतु तमात आपत्तियों को दरकिनार करके वानखेडे को एनएसयूआई का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था। बाद में विवेक तंवर और शिवमनी ने विपिन की नियुक्ति को लेकर सत्र न्यायालय में याचिका दायर कर दी। याचिका में आरोप लगाया गया था कि विपिन ने जिस आयडियलिक कॉलेज का खुद को छात्र बताया है वह उस कालेज का छात्र है ही नहीं। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि विपिन ने 66 अन्य छात्रों को इसी कालेज से संबद्ध बताते हुए फर्जी कार्यकारिणी बनाई और उसी का नेतृत्व करते हुए चुनाव में खड़ा हुआ। याचिका में आरोप लगाया गया है कि विपिन किसी अन्य कालेज का छात्र है और उसने चुनाव जीतने के लिए बंद पड़े 11 कालेजों के फर्जी छात्रों और बीएड के छात्रों को बीकॉम का छात्र बताकर मतदान करवाया।