
इस नई व्यवस्था से यह स्पष्ट हो गया है कि ऑपरेटर अब अलग-अलग सर्किल में कॉल दरों के बजाय एक मुश्त रोमिंग फीस लेंगे। रोमिंग समाप्त करने को लेकर टेलीकॉम नियामक ट्राई व ऑपरेटरों के बीच खींचतान होती रही है। ऑपरेटरों की असहमति के बाद ही नियामक ने हाल ही में एक मुश्त दरों पर नेशनल रोमिंग की सुविधा देने की इजाजत दी थी। यह व्यवस्था सोमवार से लागू हुई है। ट्राई ने ऑपरेटरों के लिए दो प्रणालियां प्रस्तावित की हैं। पहली प्रणाली में रोमिंग की इनकमिंग कॉल मुफ्त होगी लेकिन ऑपरेटर एक मुश्त फीस ले सकेंगे। एयरटेल का पैकेज इसी व्यवस्था के तहत आया है।
दूसरी प्रणाली में इनकमिंग कॉल मुफ्त नहीं होगी लेकिन कोई फिक्स्ड रोमिंग का चार्ज नहीं लगेगा। ट्राई ने रोमिंग दरों को भी घटा दिया है। इसके तहत रोमिंग के दौरान आउटगोइंग लोकल कॉल की दर को एक रुपये और एसटीडी की दर अधिकतम 1.50 रुपये प्रति मिनट किया गया है। इसी तरह इनकमिंग कॉल की दर को 1.50 रुपये से घटाकर 75 पैसे प्रति मिनट किया गया है। एयरटेल ने सोमवार को जिन दरों का एलान किया है उसमें एसएमएस की दर स्पष्ट नहीं है। नेशनल रोमिंग पर आउटगोइंग कॉल 1.50 रुपये प्रति मिनट किया है, जो ट्राई की निर्धारित दर से ज्यादा है। कंपनी ने लोकल और एसटीडी दोनों तरह की कॉल के लिए एक समान आउटगोइंग दर तय की है।
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