विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) की 84 कोसी परिक्रमा की शुरुआत के दौरान रविवार को हुई प्रमुख संतों की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में विहिप कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। विहिप के प्रदर्शन को देखते हुए पूरे प्रदेश में पहले ही अलर्ट जारी किया जा चुका है। उप्र में मेरठ, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर में विहिप कार्यकर्ताओं ने संतों की गिरफ्तारी के विरेाध में जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। इस दौरान लोगों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और गिरफ्तार किए गए संतों और विहिप नेताओं की रिहाई की मांग की। विहिप के कार्यकर्ता सोमवार सुबह से ही वाराणसी में कई जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन को लेकर कई जगह यातयात जाम की भी समस्या सामने आई। विहिप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। मेरठ में विहिप कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रशासन ने प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। हालांकि यहां प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। इसी तरह कई शहरों में विहिप के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। आगरा, झांसी, बांदा और चित्रकूट में भी विहिप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है। अयोध्या और फैजाबाद में हालांकि प्रदर्शन का खास असर देखने को नहीं मिला क्योंकि यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक सिंघल को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें उन्नाव के पक्षी विहार में रखा गया है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडिम्या, राम विलास वेदांती और पूर्व विधायक लल्लू सिंह को गिरफ्तार कर अन्य जिलों की जेलों में रखा गया है।
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