नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के गिरफ्त में आया आइएसआइ का खासम-खास आतंकी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा पर मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी से पहले हिंदू सेना के दो युवकों ने हमला कर दिया, जिसमें से एक ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। टुंडा पर हमला करने वाले शख्स हिरासत में ले लिए गए हैं। भारत-नेपाल की सीमा से गिरफ्तार किए गए आंतकी टुंडा को दिल्ली पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर भेजा था। पेशी के बाद कोर्ट ने टुंडा को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने टुंडा से संबंधित कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस ने पता लगाया है कि टुंडा के संपर्क अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद से भी थे। यही नहीं टुंडा ने कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले दिल्ली को दहलाने की साजिश भी बनाई थी, जिसपर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने उम्मीद लगाई है कि टुंडा की गिरफ्तारी से उन्हें देश में चल रही आतंकी गतिविधियों के कई सुराग मिल सकेंगे। पाकिस्तान में टुंडा के व्यापक सम्पर्क को देखते हुए जांच एजेंसियों का पहला जोर आतंकियों से उसके रिश्तों की पड़ताल पर होगा। साथ ही यह भी कोशिश होगी कि यूपी के विभिन्न अंचलों से फरार आतंक के आरोपी कहां-कहां पनाह लिए हैं। गौरतलब है कि टुंडा हापुड़ जिले के पिलखुआ गांव का रहने वाला है। पाकिस्तान में बसने के बाद भी उसका नेटवर्क भारत से टूटा नहीं। यूपी में काम कर रही एनआइए और एटीएस टुंडा से पूछताछ की तैयारी में हैं। संभव है कि यूपी के किसी पुराने मुकदमे में टुंडा को रिमांड पर लाया जाए या फिर टीम दिल्ली में जाकर उससे पूछताछ कर सकती है। इसका सबसे खास मकसद उन फरार आतंक के आरोपियों का पता करना है, जिनसे टुंडा के तार जुड़े हो सकते हैं। फरार आरोपियों पर एनआइए ने लाखों के इनाम रखे हैं, लेकिन उनकी सुरागरसी तक नहीं हो सकी है। अब जबकि टुंडा शिकंजे में है तो उससे कई सच उगलवाने की कोशिश होगी।
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